लेखनी प्रतियोगिता -21-May-2023
आशिकी मुझे चाय से कुछ इस कदर हुई
सुबह हो सवेरा चाय की प्याली हो
वही
चाय पी कर जरा ताजगी आ जाती
लेती चुस्की ही एक मुस्कान चेहरे पे आती है
यही इश्क मेरा और सस्ता नशा भी है
कुल्हड़ वाली चाय का यारो के संग मजा भी है
चाय को मैं कभी मना नहीं करती
ये मोहब्बत है मेरी इसे मैं जुदा नहीं करती।।
Punam verma
22-May-2023 09:01 AM
Very nice
Reply
Abhinav ji
22-May-2023 08:25 AM
Very nice 👍
Reply
Milind salve
22-May-2023 06:42 AM
बहुत खूब
Reply